October 15, 2024
bhaiyalal vyas ka jivan parichay

भैया लाल व्यास का जीवन परिचय | bhaiyalal vyas ka jivan parichay

नमस्कार दोस्तो, आपको भैया लाल व्यास के बारे में तो जरूर पता होगा या फिर आपने कहीं ना कहीं तो अपने जीवन के अंतर्गत भैयालाल व्यास के बारे में सुना होगा, आज के इस आर्टिकल के अंतर्गत हम आपको भैया लाल व्यास का जीवन परिचय बताने वाले हैं (bhaiya lal vyas ka jivan parichay dijiye), यदि आपको इस विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं है, तथा आप यदि इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

हम आपको इस पोस्ट के अंतर्गत हम आपको भैया लाल व्यास का जीवन परिचय बताने वाले हैं, तथा इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।

भैया लाल व्यास का जीवन परिचय | Bhaiya lal vyas biography in hindi

भैया लाल व्यास का जीवन परिचय दीजिए

पूरा नाम विंध्य कोकिल भैया लाल व्यास
उपनाम भैया लाल व्यास
जन्म 07 सितम्बर, 1918
जन्म स्थान दतिया, मध्यप्रदेश, भारत
मृत्यु 12 दिसम्बर, 2012
राष्ट्रीयता भारतीय
प्रसिद्ध हैं? हिंदी साहित्य में योगदान के लिए
व्यवसाय Co-operative बैंक में उच्च अधिकारी, रचियता
धर्म हिन्दू
शिक्षा एम० ए० (मास्टर ऑफ आर्ट्स)
विश्वविधालय नागरी प्रचारणी आगरा

सबसे पहले हम आपको थोड़ा सा भैया लाल व्यास के बारे में जानकारी दे देते हैं कि आखिर यह कौन थे, तो भैया लाल व्यास का संबंध उत्तराखंड के बुंदेलखंड क्षेत्र से था, जिनकी हिंदी साहित्य के अंतर्गत काफी ज्यादा रूचि थी तथा उनके द्वारा अनेक प्रकार की कृतियां लिखी गई है, जो साहित्य के क्षेत्र में बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध हुई है, और इन्हीं हिंदी रचनाओं के चलते भैया लाल व्यास ने अपने नाम को चारों तरफ से लाया है।

दोस्तों भैया लाल व्यास का जन्म 7 सितंबर सन 1918 को मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव दतिया के अंतर्गत हुआ था, इनके पिता जी का नाम बाल कृष्ण व्यास था, ऐसा बताया जाता है कि भैया लाल व्यास का बचपन काफी कठिन रहा था। इनके पिताजी की मृत्यु बचपन के अंतर्गत ही हो गई थी, तो ऐसे में इनकी माता जी के द्वारा इसका बहुत ही कठिनाइयों के अंतर्गत पालन पोषण किया था।

भैया लाल व्यास ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई को छतरपुर से पूरा किया था तथा उसके बाद वहां पर उन्होंने संस्कृत और हिंदी विषय का काफी अध्ययन किया था।

और अपनी प्रारंभिक शिक्षा के दौरान ही उनका मन हिंदी साहित्य की और काफी ज्यादा आकर्षित हो गया था तथा वह साहित्य के अंतर्गत पढ़ने में काफी ज्यादा रची लेने लगने लगे थे, और उसके बाद उन्होंने अपनी m.a. की पढ़ाई नागरी प्रचारिणी आगरा महाविद्यालय की।

उसके बाद भैया लाल व्यास ने हिंदी साहित्य के ऊपर काम करना शुरू कर दिया उन्होंने हिंदी साहित्य के ऊपर अलग-अलग प्रकार की रचनाओं को लिखा। आज भी इस रचनाओं को पूरी दुनिया भर के अंतर्गत पढ़ा जाता है तथा काफी पसंद किया जाता है, तथा जो भी व्यक्ति साहित्य के अंतर्गत रुचि रखता है, तो उनको बया लाल व्यास जी की कविताओं से बहुत कुछ सीखने को मिल सकता है।

भैया लाल व्यास का परिवार

Father ( पिता ) बाल कृष्ण व्यास
Mother ( माता ) ज्ञात नहीं
Brother ( भाई ) ज्ञात नहीं
Sister ( बहन ) ज्ञात नहीं

भैया लाल व्यास जी के द्वारा लिखी गई महत्वपूर्ण रचना

वैसे तो भैया लाल व्यास जी का हिंदी इतिहास के अंतर्गत बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है, तथा उनके द्वारा लिखी गई कविता हमें अनेक सारी देखने को मिलती है, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण कविता निम्न प्रकार से हैं :-

क्रम संख्या प्रसिद्ध रचनाएँ
1. विजयादशमी (खंड काव्य)
2. सांझ – सकारे
3. आग-पानी (पुस्तक)
4. जीवन के क्रम
5. पूण्यभूमि बुंदेलखंड
6. देश के देवता
7. तुम मत रोना
8. गीतों मे चार ऋतुएँ
9. रस वृन्दावन (महाकाव्य)
10. जागो मेरा देश
11. सीता सत्यम (प्रबंध काव्य)
12. चोर के छंद
13. माँ ममतामयी

निष्कर्ष

तो इस पोस्ट के अंतर्गत हमने आपको भैया लाल व्यास जी की जीवन परिचय के बारे में बताया है (bhaiya lal vyas ka jivan parichay dijiye), तथा उनके जीवन के कुछ महत्वपूर्ण विषयों के बारे में बताया है , इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई है, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है।

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